समस्तीपुर : भाषा के आह्वान पर गुरुवार को चिकित्सकों के हड़ताल के कारण सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा ठप रहा। ऐसे में यहां पहुंचने वाले मरीजों को मात्र इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा का ही लाभ मिल सका।
जानकारी के अनुसार भाषा के आह्वान पर चिकित्सकों द्वारा बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज करने के विरोध सहित अन्य मांगों के समर्थन में ओपीडी सेवा बंद रखा गया। ओपीडी सेवा बंद रहने से दूर दराज के ग्रामीण इलाकों से आने वाले साधारण बीमारी के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. गिरीश कुमार ने बताया कि बायोमेट्रिक हाजिरी के विरोध में डॉक्टरों का कार्य बहिष्कार था जिस कारण ओपीडी सेवा बाधित रही। हालांकि अस्पताल में इमरजेंसी सेवा जारी थी। समस्तीपुर सहित पूरे राज्य में 27 से 29 मार्च तक ओपीडी सेवा का कार्य ठप रहेगा।
मरीजों को झेलनी पड़ी दिक्कतें :
सुबह से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे मरीजों को जब पता चला कि डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं, तो वे काफी नाराज दिखे। मरीजों का कहना था कि हर बार डॉक्टरों और प्रशासन के बीच तनातनी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। कई मरीज दूर-दराज से आए थे, लेकिन ओपीडी बंद होने के कारण उन्हें बिना इलाज लौटना पड़ा।
उजियारपुर से पहुंचे अभिषेक कुमार ने बताया कि अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर चले जाते हैं, जिससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस तरह की समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
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