सजावटी मछलियों का व्यवसाय बेहतर विकल्प, इसका तकनीकी ज्ञान लेकर प्रशिक्षु कम लागत व जगह में इसे दे सकते हैं बढ़ावा
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समस्तीपुर/पूसा :- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मत्स्यकी महाविद्यालय के डीन डॉ. पीपी श्रीवास्तव ने कहा कि सजावटी मछलियों के प्रजनन एवं पालन विषय पर व्यवहारिक व क्रियाशील प्रशिक्षण रोजगारोन्मुख है। यह स्वाबलंबन के द्वार खोलकर आर्थिक रूप् से सशक्त करने में अहम भूमिका निभाता है। इस दिशा में सरकार व विवि का प्रयास निरंतर जारी है।
वे सोमवार को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत राष्ट्रीय मा्स्यियकी विकास बोर्ड, हैदराबाद, तेलंगाना से प्रायोजित एवं जीविका के मुजफ्फरपुर से चयनित प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे। मौका था मीठे पानी की सजावटी मछलियों का प्रजनन एवं पालक विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र का। उन्होंने कहा कि सजावटी मत्स्य पालन व्यवसाय एक बहुत ही उभरता हुआ क्षेत्र है।
इसका तकनीकी ज्ञान लेकर प्रशिक्षु कम लागत व जगह में इसे बढ़ावा दे सकते हैं। मौके पर जीविका मुरौल के जिविकोपार्जन विशेषज्ञ साकेत कुमार कर्ण समेत महाविद्यालय, के शिक्षक डॉ. शिवेन्द्र कुमार, डॉ.राजीव कुमार ब्रह्मचारी, डॉ.सुजीत कुमार नायक, डॉ.राजेश कुमार, विनोद कुमार, साजन कुमार भारती आदि मौजूद थे। प्रशिक्षण संयोजक रोशन कुमार राम ने किया।