नैना वैष्णवी के कर्णप्रिय गीतों ने श्रोताओं को झुमाया, उगना विद्यापति अंबेडकर सम्मान समारोह में दर्जनों लोग हुए सम्मानित
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समस्तीपुर/विद्यापतिनगर [पद्माकर सिंह लाला] :- महाकवि विद्यापति सामाजिक सांस्कृतिक चेतना व नव जागरण के प्रतीक थे। उन्होंने अपनी रचनाओं के जरिए न केवल सामाजिक विकृतियों का मर्म स्पर्शी चित्रण किया था। बल्कि अपनी रचनाओं में भक्ति,आध्यात्म और संस्कृति का अनुपम संगम उद्दत कर नवचेतना का संचार भी किया था। उक्त बातें वक्ताओं ने कहीं। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के जयंती के उपलक्ष्य में विद्यापतिधाम में आयोजित उगना विद्यापति अंबेडकर सम्मान समारोह के दौरान वक्ताओं ने कहा कि डॉ.अंबेडकर समता मूलक समाज के प्रवाहक थे।
उन्होंने समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने की ऐतिहासिक पहल कर विश्व का सबसे लोकप्रिय संविधान का निर्माण किया था। कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी कुणाल कुमार, साहित्यकार व कवि मिन्टू कुमार झा व सीताराम शेरपुरी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऋतुराज चौधरी ने की। वहीं संचालन गुरूदेव पटेल ने किया। मुख्य अतिथि बसढ़िया धाम की माता राजा बाबू ने कहा कि पूरी प्रकृति में मां जगजननी समाहित है। हमें अपनी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक धरोहरों के अस्तित्व की रक्षा हेतु तत्पर रहना होगा।
कार्यक्रम के दौरान ऋतुराज चौधरी व प्रियांशी चौधरी ने आगत अतिथियों का स्वागत मिथिला पाग व अंगवस्त्र से किया। दुसरे सत्र में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान सुप्रसिद्ध गायिका नैना वैष्णवी ने अपनी भक्ति, भजन, फिल्मी, सूफियाना गीतों व गजलों की प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को जमकर झुमाया। लोक गायक ऋतिक रोशन व आशीष कुमार मिश्रा की कर्ण प्रिय प्रस्तुति ने माहौल बनाया।
वहीं कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कवि व साहित्यकार सीताराम शेरपुरी ने की। कवि सम्मेलन में बेगूसराय से आएं युवा कवि व साहित्यकार मिन्टू कुमार झा ने अपनी रचना….वोट मांगने के लिए आए नेता द्वार, देकर वादे भूल गए,घूमे फॉर्च्यूनर कार…, से उपस्थित लोगों को बखूबी रिझाया। वहीं सीताराम शेरपुरी ने जहां माली काटे साख छांव का क्या होगा…, कवि श्रीराम राय ने जब तक सूरज चांद रहेंगे… आदि की प्रस्तुति को लोगों ने जमकर सराहा। समारोह के दौरान पांच दर्जन लोगों को विभिन्न सम्मान से सम्मानित किया गया। मौके पर से जननायक लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि कुमार यादव, संजीव कुमार झा,चंदन कुमार, मंतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।