समस्तीपुर जिले में बढ़ रहा है अवैध देसी पिस्टल और कट्टा का कारोबार, छोटी-छोटी घटनाओं में भी हो रहा बंदूक का इस्तेमाल
हथियार तस्करी और बिक्री पर रोक लगाने में पुलिस विफल
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समस्तीपुर : जिले में इन दिनों अवैध हथियारों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। छोटी-छोटी घटनाओं में भी देसी पिस्टल और कट्टे का उपयोग किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर या शादी विवाह के कार्यक्रम में भी अवैध देसी हथियार का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस ओर पुलिस के द्वारा कारवाई करते हुए हथियार भी बरामद किये जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर युवाओं के बीच यह हथियार कैसे पहुंच रहे है।
हाल के ही दिनों में कई ऐसी घटना सामनें आ चुकी है जिसमें छोटी-छोटी बातों पर अवैध हथियार से गोली चला दी गयी है। लूटपाट करने वाले अपराधी भी अब चाकू की जगह पिस्टल लेकर चलते हैं। विरोध करने पर वे गोली मारने से भी नहीं चूकते हैं। शहर में अवैध हथियार आसानी से बदमाशों को मिल जाते हैं। जिनके बल पर अपराधी आराम से घटना को अंजाम देते हैं। मामूली बातों पर गोली मारने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है।
कुछ बदमाश अपना कद बढ़ाने के लिए विदेशी पिस्टल भी रखते हैं। अवैध हथियारों की तस्करी समस्तीपुर पुलिस के लिए सिरदर्द बनी है। सूत्रों के अनुसार मुंगेर निर्मित कट्टा की कीमत तीन से पांच हजार व देसी पिस्टल 15 से 20 हजार रुपये में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। बताया जाता है कि इसके लिये शहर में एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में जिले में मामूली बातों पर भी गोली चलाने से अपराधी नहीं हिचकते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां रास्ते में छोटी-सी कहासुनी के बाद पिस्टल निकालकर गोली चला दी गई है। लूटपाट जैसे अपराधों में अब पिस्टल का प्रयोग आम होता जा रहा है, जिससे ये घटनाएं और भी खतरनाक रूप ले रही हैं।
छोटी-छोटी घटनाओं में चली गोली से मौत :
विगत मार्च महीने में मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के गंगापुर वार्ड संख्या-12 में घर के बाहर युवक राकेश पासवान को धमकी देने के उद्देश्य से पहुंचे बदमाशों ने कुत्ते के भौंकने पर गोली चला कुत्ते की हत्या कर दी थी। वहीं इसी वर्ष जनवरी महीने में बिथान थाना क्षेत्र के सिहमा गांव में ताश खेलने के दौरान हुए विवाद में धर्मेंद्र कुमार उर्फ बिट्टू की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वहीं जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में जमीनी विवाद के दौरान भी लगातार गोलीबारी की घटना सामनें आ रही है।
मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के हेमनपुर में जमीनी विवाद के दौरान अवैध हथियार से फायरिंग में दोनों पक्षों से एक-एक की मौत हो गयी थी। इसके अलावे विगत वर्ष मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जितवारपुर निजामत में जमीनी विवाद में तीन लोगों के उपर गोली चला दी गयी थी, जिसमें से एक की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी। वहीं 16 अप्रैल की शाम कल्याणपुर थाना क्षेत्र के परतापुर गांव में शादी कार्यक्रम के दौरान भी एक युवक को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया। इसके अलावे दलसिंहसराय थाना क्षेत्र में लगातार कई बार गोलीबारी की घटना सामने आ चुकी है। दुर्गा पूजा के पंडाल में विगत वर्ष जमकर गोलीबारी हुई थी। वहीं सोशल मीडिया पर युवाओं के एक वर्ग के द्वारा भी अवैध हथियार के साथ रिल्स वीडियो बना पोस्ट किया जा हैं।
मिल चुका है मिनी गन फैक्ट्री :
जानकारी के अनुसार जिले में कई जगहों पर लोहा का काम करने के आड़ में अवैध रूप से मिनी गन फैक्ट्री को संचालित किया जा रहा है। विगत वर्ष सिंघिया थाना क्षेत्र के भिरार गांव में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। जिसमें हथियार बनाने वाले उपकरण को भी जब्त किया गया था। इससे पहले हसनपुर, ताजपुर व बंगरा थाना क्षेत्र में भी अवैध मिनी गन-फैक्ट्री का भंडाफोड़ हो चुका है।
वहीं विगत वर्ष मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके का भी एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति हथियारों की कीमत और खासियत बताता नजर आ रहा था। बता दें कि समस्तीपुर पुलिस द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई कांडों में प्रयुक्त देसी हथियार बरामद किये गये हैं, लेकिन इसके तस्करी के जाल को भेद पाना पुलिस के लिये चुनौती बनी हुई है।
बाइट :
क्षेत्र में लगातार अवैध हथियार की बरामदगी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार जिले में हथियार की तस्करी करने वाले गिरोह को चिन्हित किया जा रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई भी की जा रही है। ज्यादातर इसमें देसी हथियार की बरामदगी ही हो रही है।
संजय कुमार पांडेय, सदर एसडीपीओ-1, समस्तीपुर