भजन कार्यक्रम में नोट की जगह रोटियों की बारिश, मंच पर चपातियों का ढेर, जानें वजह
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गुजरात के पाटन में मशहूर गायक कीर्तिदान गढ़वी (Kirtidan Gadhvi) के भजन कार्यक्रम में एक अनोखा नजारा दिखाई दिया। बताया जाता है कि रोटलिया हनुमान मंदिर में आयोजित गढ़वी के भजन कार्यक्रम में प्रवेश के लिए लोगों को टिकट की जगह रोटियां लाने की अपील की गई थी। लोग भजन कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए टिकट की जगह रोटियां लेकर पहुंचे। आलम यह था कि गायक कीर्तिदान गढ़वी के चारो तरह रोटियों का ढेर लग गया। गायक कीर्तिदान गढ़वी अपने कार्यक्रमों में नोटों की बारिश के लिए भी जाने जाते हैं। अक्सर उनके कार्यक्रमों में श्रोता नोटों की बारिश करने नजर आते हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुजरात के पाटन में रोटलिया हनुमान मंदिर है। इसी मंदिर में गायक कीर्तिदान गढ़वी के भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जैसा की पूर्व में देखा गया है। कार्यक्रम में एंट्री के लिए टिकट लगाई जाती थी। लेकिन इस बार टिकट की जगह लोगों से रोटियां लाने की अपील की गई थी। यही नहीं कार्यक्रम में पूर्व की तरह नोटों की बारिश की जगह रोटियों की बारिश भी की गई। कार्यक्रम में एक रोटला यानी मोटी रोटी या 10 रोटली यानी पतली चपातियां लाने वाले लोगों को प्रवेश दिया गया।
#WATCH | Patan, Gujarat: In an event of singer Kirtidan Gadhvi, people brought ‘Roti’ instead of tickets for entry (17/04) pic.twitter.com/KkgkH5YCAl
— ANI (@ANI) April 17, 2023
आयोजकों ने रोटियां लेकर एंट्री देने की एक खास वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का मकसद गली के कुत्तों एवं अन्य भूखे जानवरों के लिए भोजन जुटाना था। लोगों ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर शिरकत की। बड़ी संख्या में लोग परिवारों समेत इस कार्यक्रम में शामिल हुए और नोटों की जगह मकर रोटियां दान की। इस कार्यक्र में पशु अधिकार कार्यकताओं को खास तौर पर आमंत्रित किया गया था। पशु कल्याण संगठनों से जुड़े लोग भी कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम के शुरू होने के कुछ ही देर बाद मंच चपातियों से भर गया।
बताया जाता है कि हनुमान मंदिर के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में गायक कीर्तिदान गढ़वी ने अपनी प्रस्तुति दी। आम तौर पर गुजरात में इस तरह के आयोजनों खास तौर पर कीर्तिदान गढ़वी के कार्यक्रमों में पैसों की बारिश होती है। लेकिन यह कार्यक्रम बेहद अनूठा था जिसमें गायक कीर्तिदान गढ़वी के आगे रोटियों का अंबार नजर आया। कार्यक्रम में गायक कीर्तिदान गढ़वी ने श्रद्धालुओं से गुजारिश की कि वे जब भी रोटलिया मंदिर आएं तो रोटियां जरूर लाएं ताकि गरीबों और भूखे बेजुबानों की सेवा की जा सके।