बिहार के कई जिलों में झमाझम बारिश से मौसम रूमानी, आज इन जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी
बिहार में मौसम अपने चक्रवातीय प्रभाव के दौर से गुजर रहा है। राजस्थान सहित बांग्ला देश और अन्य इलाकों में बने चक्रवातीय परिसंचरण के असर से बिहार का मौसम बदला हुआ है। राज्य में आंधी, पानी और बिजली चमकने की घटनाएं हो रही हैं। प्रदेश के उत्तर मध्य, उत्तर पश्चिम, दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य भागों के एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। दक्षिण पूर्व के एक दो स्थानों पर मध्यम स्तर की वर्षा दर्ज की गई। राज्य का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस डेहरी में दर्ज किया गया। उसके बाद सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस किशनगंज और समस्तीपुर के पूसा में दर्ज किया गया। वर्षा प्रमुख रूप से गुरैया 16.4 एमएम, पवसी 12. 2 एमएम, चंदन 12. 0 एमएम, सुगौली 8.4 एमएम, सिकटा 6.5 एमएम, नौतन 5.6 एमएम, अघवारा 4.6 एमएम बारिश दर्ज की गई।
पूरे बिहार में कैसा रहेगा मौसम
आज के मौसम विश्लेषण के अनुसार पश्चिमी विक्षोम एक टर्फ के रूप में वायुमंडल के मध्य तथा उत्तरी क्षोभमंडल पर समुद्रतल से 5. 8 किलोमीटर पर बना हुआ है। वहीं एक चक्रवातीय सर्कुलेटरी उत्तर पश्चिम राजस्थान के ऊपर समुद्रतल से 1.5 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। साथ ही एक पूर्व पश्चिम टर्फ इस चक्रवातीय परिसंचरण से उत्तर बिहार तक समुद्रतल से 1.5 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। जिसके प्रभाव से 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य के कुछ स्थानों पर मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। राज्य के बाकी हिस्सों में भी हल्की बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व, दक्षिण पश्चिम, दक्षिण मध्य भागों के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, बिजली चमकने और तेज हवा की संभावना है। हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। इस दौरान ओलावृष्टि भी होगी। उसके अलावा अन्य भागों के एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन और बिजली चमकने और तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अधिकतम तापमान में अगले तीन दिनों के दौरान दो से तीन और चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है। प्रदेश में सतही हवा की गति पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है।
समस्तीपुर के पूसा में न्यूनतम तापमान सबसे कम
बिहार में समस्तीपुर के पूसा में न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया है। शनिवार को मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक समस्तीपुर के पूसा का न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य जिलों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो पटना का 19.6 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर का 20.3 डिग्री सेल्सियस, पूर्णिया का 19.8 डिग्री सेल्सियस, पश्चिम चंपारण (वाल्मीकि नगर) का 20.3 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरपुर का 21.1 डिग्री सेल्सियस। जमुई में 18.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। आंकड़े बता रहे हैं कि न्यूनतम तापमान में लगातार आंशिक गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। शनिवार को नवादा का न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम के बदलाव और H3N2 को लेकर रहें सावधान
मौसम 21 मार्च तक पूरी तरह नमी वाला रहेगा। इस बीच लोगों में H3N2 Influenza (इन्फ्लूएंजा) के भी मामले बढ़ रहे हैं। चिकिस्तकों ने लोगों से सामान्य उपचार की बात कही है। डॉक्टरों ने चेताया है कि लोग एंटीबायोटिक का प्रयोग ना करें। चिकिस्तकों के मुताबिक इस दौरान गुनगुने पानी का सेवन करें। ठंडा खाना बिल्कुल न खाएं। हमेशा ताजा खाना खाएं। बाहर निकलने और दूसरे के संपर्क में आने से बचें। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप है। इसे हांगकांग फ्लू भी कहते हैं। सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, गले में दर्द की समस्या इसके प्रमुख लक्षण हैं। ज्यादातर मामलों में यह वायरस शरीर को बीमारियों से बचाने वाले वाइट ब्लड सेल्स (WBC) को कम करता है। इसके चलते ल्यूकोपीनिया हो जाता है। इम्यूनिटी कमजोर होने पर वायरस गंभीर स्थिति पैदा कर देता है। H3N2 वायरस के कारण आने वाला बुखार ठीक होने में 5-7 दिन का समय लगता है। खांसी जाने में 3-4 हफ्तों का वक्त लग जाता है। इसमें पैरासिटामोल ली जा सकती है। डॉक्टरों ने इस वायरल इन्फेक्शन में एंटीबायोटिक दवाएं नहीं लेने की सलाह दी है। उनके मुताबिक, इससे शरीर के अंदर एंटीबायोटिक रजिस्टेंस पैदा हो सकता है। इस कारण परेशानी और बढ़ सकती है। इसलिए पूरी तरह सावधान रहें।