बूंदाबांदी से गिरा तापमान; रबी फसलों की बुआई पर ब्रेक, कुछ फसलों के लिये आकाश से बरसा अमृत, मवेशियों की बढ़ी परेशानी
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समस्तीपुर :- बुधवार की रात से हो रही बूंदाबांदी बारिश गुरुवार को पूरे दिन जारी रही। शुक्रवार की सुबह कोहरे की चादर में समस्तीपुर लिपटा हुआ है। इस कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बारिश के कारण खेत-खलिहानों में चल रही कटनी-दवनी व रबी की बुआई पर ब्रेक लग गई। एक तरफ जहां धान के पौधों के डंठल में नमी आने से हार्वेस्टर व हंसिया से धान की कटनी व दवनी का काम पूरी तरह से ठप हो गया है, वहीं दूसरी तरफ ठंड बढ़ जाने से मजदूर भी धान की कटनी के लिए घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। लगातार तीन दिनों से आसमान में बादल छाए रह रहे है।
ठंड के इस मौसम में आसमान में छाए बादल के बीच हो रही रिमझिम बारिश के कारण ठंड गुरुवार की शाम से ज्यादा बढ़ गयी। पूरे दिन बारिश में भिंगने के डर से लोग घरों से बाहर निकलने में परहेज करते रहे। स्थिति यह रही की एक तरफ जहां रिमझिम बारिश से बाजार में लोग कम दिखे वही विभिन्न सड़कों में चलने वाली बसों में यात्री भी काफी कम संख्या में थे।
बारिश के कारण ठंड बढ़ने के साथ ही लोगों ने गर्म कपड़े का उपयोग करना भी शुरू कर दिया है। बाजार में गर्म कपड़े की मांग बढ़ गई है। बाजार में तेज ठंड से बचने के लिए स्वेटर जैकेट कनपटी मफलर की मांग बढ़ गई है। ठंड बढ़ने के साथ कंबल की भी मांग बढ़ गई है। कपड़ा व्यवसायी इरफान अंसारी, सुभाष जटिया आदि ने कहा की दिसंबर की शुरुआत तक कम ठंड के कारण बिक्री कम थी। बारिश के बाद ठंड के चलते गर्म कपड़े का मांग बढ़ गई है। ठंड से बचाव के लिए लोगों ने गर्म कपड़े की खरीदारी शुरु कर दी है। इस बार जैकेट के साथ स्वेटर काफी आकर्षक वेराइटी में उपलब्ध है। ठंड बढ़ने के साथ गर्म कपड़े की खरीदारी और बढ़ जाएगी।
कुछ फसलों के लिए आकाश से बरसा अमृत :
समस्तीपुर जिले में लगातार हो रही बारिश और तेज हवा के कारण क्षेत्र में कनकनी बढ़ गई है। वैसे इस वर्षा से गेहूं, सरसों, तोड़ी, दलहन, आलू , फूलगोभी की फसल को मानो अमृत मिल गया है। इससे किसान प्रफुल्लित हैं। सबसे अधिक खुशी उन किसानों में है, जिन्हें अपनी खेतों में सिंचाई करानी थी। दूसरी ओर हल्की वर्षा से ही सड़क व गांव की सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है।
गुरुवार को दिनभर बाजार में सड़क व दुकानें सूनी रही। स्कूल कॉलेज में भी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम रही। वासुदेवपुर गांव के सुरेश प्रसाद महतो, बरहे ता गांव के शशिधर प्रसाद देव एवं लदौरा के आदित्य भूषण सहित कई किसानों ने बताया कि इस बारिश से जहां मकई, गेहूं, कद्दू, परवल, बैगन एवं करेला आदि अन्य सब्जी की फसलों को जहां फायदा पहुंचेगा तो वही आलू की फसल को नुकसान होने की संभावना जताई है। वही इस बारिश के कारण खेतों में नमी की समस्या भी बन गई है।
बेमौसम बारिश से मवेशियों की बढ़ी परेशानी :
बारिश के कारण मवेशियों में परेशानियां बढ़ गई है। ठंड के मौसम मे बारिश के कारण जहां चौक-चौराहे व बजार में सन्नाटा छाए हुए है। वहीं किसानों को भी बेमौसम बारिश से फसल प्रभावित होने का भय सता रहा है।खासकर मवेशी पालने वाले किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पशु में ठंड के कारण बीमारी न फैले इसको लेकर किसान चिंतित है।